ईश्वर, अल्लाह, हैं दोनो हैरान था मज़हब बनाया या इंसान...? ईश्वर, अल्लाह, हैं दोनो हैरान था मज़हब बनाया या इंसान...?
इंसानियत की बाते तो हर चौराहे होती है दिल ही दिल में अपना ही धर्म रटे है लोग ! इंसानियत की बाते तो हर चौराहे होती है दिल ही दिल में अपना ही धर्म रटे है लोग !
हवस की राह चलते है, मुहब्बत कौन करता है, फरेबी ज़िन्दगी में आज चाहत कौन करता है गरीबों के नसीबों में... हवस की राह चलते है, मुहब्बत कौन करता है, फरेबी ज़िन्दगी में आज चाहत कौन करता है ...
इक जूनून की रात ये बियाबान सुबह लायी है, गौर से देखो, ये अपने ही भाई हैं। इक जूनून की रात ये बियाबान सुबह लायी है, गौर से देखो, ये अपने ही भाई हैं।
मेरे ये ख्वाब है कि मैं मक्का मदीना देखूं आदमजात को होते सीन पासीना देखूं। मेरे ये ख्वाब है कि मैं मक्का मदीना देखूं आदमजात को होते सीन पासीना देखूं।
ऊंच नीच का भेद भूलकर , संवारे अपने भी करम। ऊंच नीच का भेद भूलकर , संवारे अपने भी करम।